Friday 22 April 2016

Surya Rekha-yash aur vabhav ka prateet


सूर्य रेखा: यश और वैभव का प्रतीक



जीवन में प्रेम, सफलता और धन से भी अधिक महत्वपूर्ण वस्तु होती है समाज में यश और सम्मान। कई बार लोग बड़ी-बड़ी खोजें और बेहद दुर्लभ कार्य कर जाते हैं लेकिन कोई उनकी तारीफ नहीं करता, कोई उन्हें नहीं पूछता, ऐसे व्यक्तियों के जीवन में कमी यश रेखा या सूर्य रेखा की वजह से होती है। 


Surya Rekha in Hand : सूर्य रेखा अनामिक ऊंगली यानि रिंग फिंगर के निचले क्षेत्र में होती है जो सूर्य पर्वत से शुरु होकर ऊपर की तरफ जाती है। सूर्य पर्वत से लेकर मणिबंध तक जाने वाली सूर्य रेखा को असाधारण माना जाता है। ऐसी रेखा कलाकारों, नेताओं या बड़े सितारों के हाथों में आसानी से देखी जाती है। कई लोगों के हाथों में यह रेखा होती ही नहीं है। 


आइएं जानें सूर्य रेखा के बारें में विशेष बातें (Sun Line in Palmistry and its different meanings): टूटी हुई सूर्य रेखा या हथेली पर सूर्य रेखा का ना होना अशुभ माना जाता है। हालांकि यह आम बात होती है क्यूंकि जरूरी नहीं कि हर इंसान यश प्राप्त करें। कई बार तो बड़े-बड़े वैज्ञानिकों के हाथ में भी यह रेखा नहीं होती।

 जिन जातकों के हाथों में सूर्य रेखा ना हो उन्हें सूर्य देव का उपवास और सूर्य देवता को जल चढ़ाना चाहिए।

 इसके अलावा शिवलिंग पर जल चढ़ाने और पीली वस्तुओं का दान देने से भी लाभ होता है। अगर सूर्य रेखा विवाह रेखा की किसी शाखा या अंगुठे की तरफ जाए तो यह विवाह के बाद भाग्योदय के संकेत देता है।

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